March 28, 2024

Friendship Poems in Hindi | 18+ दोस्ती पर हिंदी कवितायें 👈

Best Friendship Poems in Hindi – आज इसमे दोस्ती पर आधारित कुच्छ कविताएँ पढ़ेंगे, इस पोस्ट मे  कुछ Hindi poetry on friends लिखी गयी है, आप आज के हमारे इस Post मे heart touching poem on friendship in hindi पर आधारित कुच्छ कविताएँ पढ़ेंगे, इस पोस्ट मे जो Hindi poetry on friends लिखी गयी है –

Poem on Friendship in Hindi: नमस्कार दोस्तों, फ्रेंड्स तो सबके होते है, मेरे भी है और आपके भी होंगे। परन्तु एक अच्छा और सच्चा मित्र किस्मत वालों को ही मिलता है। दोस्ती का रिश्ता इस दुनिया का एक ऐसा रिश्ता होता है जो कि खून का नहीं होता।

यह सिर्फ़ विश्वास पर टिका होता है, आंख बंद करके भी दोस्तों पर भरोसा किया जा सकता है। दोस्त ही हमारे जीवन में ऐसे होते हैं, जिनको हम अपने मन से चुनते है।

Friendship Poems in Hindi
इस दोस्त जैसे महत्वपूर्ण शब्द को समझने के लिए मैं आपके समक्ष (सामने) आज दोस्ती पर कुछ कविताएँ शेयर कर रहा हूँ। उम्मीद करता हूँ आपको यह Hindi Kavita पसंद आएगी।

दोस्ती पर हिंदी कवितायें 👈

दोस्ती में हमने दोस्तो को नजराना पेश किया है।
दोस्ती निभाने का हमे शोक चढ़ा है
दोस्ती में हमने उसूलो को परचम लहराया है
वो हर वादा निभाया है,
जो दोस्त ने हमारे ,
अपने लब्जों से कहा है।
दोस्त की हर मुसीबत को हमने भगाया है
हर उसकी लड़ाई में,
हमने उसे जिताया है।
वो दोस्ताना नही हमारी शान है,
मुस्कुराहट को हमने,
उसके चेहरे पर लाया है
मुलाकातों मे भी हमने
उसका ही हाथ थामा है,
बातों की दुनिया मे भी,
हमने ऊंचा मुकाम पाया है
जिंदगी को हमने एक साथ,
मिलकर खूबसूरत बनाया है।
अपनी दोस्ती को हमने ,
एक मिसाल बनाया है
बचपन की यादों को फिर से जगाया है।
रोते हुए दोस्त को,
एक बार फिर से हँसाया है
यही हमारी दोस्ती का,
नजराना निकल कर आया है।

heart touching poem on friendship in hindi 

आज रूठा हुवा इक दोस्त बहुत याद आया
अच्छा गुज़रा हुवा कुछ वक़्त बहुत याद आया।

मेरी आँखों के हर इक अश्क पे रोने वाला
आज जब आँख यह रोई तू बहुत याद आया।

जो मेरे दर्द को सीने में छुपा लेता था
आज जब दर्द हुवा मुझ को बहुत याद आया।

जो मेरी आँख में काजल की तारा रहता था
आज काजल जो लगाया तू बहुत याद आया।

जो मेरे दिल के था क़रीब फ़क़त उस को ही
आज जब दिल ने बुलाया तू बहुत याद आया।

मैं यादों की किताब खोलू तो
कुछ हंसते गाते चेहरे नजर आते है,
गौर से देखा तो कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

कुछ शहरों के गुलाम हो गए
तो कुछ सपनों के गुलाम हो गए।

यादें और गहरी हुई तो
गुलाल में रंगे कुछ चेहरे याद आते है,
गौर से देखा तो कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

धूल को उड़ते और
बारिश की बूंदों को टपकते देखा तो,
कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

यादों की किताब के कुछ पन्ने पलटे तो
खट्टे-मीठे बेर और स्कूल के दिन याद आ गए ,
कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

– नरेंद्र वर्मा

funny poem on friendship in hindi 

दोस्ती अपनी कभी टूटे नहीं,
साथ अपनों का कभी छूटे नहीं।

लहलहाते पौध हैं हम हिन्द के,
गैर कोई यह चमन लूटे नहीं।

लाख शिकवा है मुझे उनसे मगर,
ये दुआ है आसरा छूटे नहीं।

चँद तनहा घूमता आकाश में,
हैं सितारों के कहीं बूटे नहीं।

जुल्म और आतंक का यह जलजला,
कुफ्र बनकर फिर कभी फूटे नहीं।

जुस्तजू उनकी सदा दिल में रही,
प्यार के एहसास भी झूठे नहीं।

बेमुरौवत बेवफा तो हम नहीं,
तुम भी कह सकते हो हम झूठे नहीं।

Friendship Poems in Hindi 2021

दोस्ती जीवन का सबसे बड़ा खजाना होता है। जो दोस्त वफादार होते हैं, वे हमेशा बुरे वक़्त में आपको हँसाने के लिए होते हैं, वे आपको गलतियों से बचने में मदद करने से डरते नहीं हैं और वे आपकी सबसे अच्छी रुचि की तलाश करने में मदद करते हैं।

इस तरह के दोस्त को ढूंढना मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह दोस्ती जीवन भर चलेगी। अन्य दोस्त शायद उतना प्यार करने वाले न हों। विश्वासघात से खराब हुई दोस्ती के कारण होने वाले दर्द को दूर करना आसान नहीं होता है।

असल में, कई कविताओं में उनकी प्रेरणा एक प्यार भरी दोस्ती या एक असफल दोस्ती के कारण होने वाले दर्द से मिलती है। friendship Poems in Hindi –

Poem-1 दोस्ती क्या है (Friendship Poems in Hindi)

क्या खबर तुमको दोस्ती क्या है
ये रोशनी भी है और अँधेरा भी है
दोस्ती एक हसीन ख़्वाब भी है
पास से देखो तो शराब भी है

दुःख मिलने पर ये अजब भी है
और यह प्यार का जवाब भी है
दोस्ती यु तो माया जाल है
इक हकीकत भी हैं ख़याल भी है

कभी जमीं कभी फ़लक भी है
दोस्ती झूठ भी है सच भी है
दिल में रह जाए तो कसक भी है
कभी ये हर भी हैं जीत भी है

दोस्ती साज भी हैं संगीत भी है
शेर भी नमाज़ भी गीत भी है
वफ़ा क्या है वफ़ा भी दोस्ती है
दिल से निकली दुआ भी दोस्ती है

बस इतना समझ ले तू
एक अनमोल हीरा है दोस्ती

 

Poem-2 दोस्ती क्या है

सुख-दुख के अफसाने का
ये राज है सदा मुस्कुराने का
ये पल दो पल की रिश्तेदारी नहीं
ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का
जिन्दगी में आकर कभी ना वापस जाने का
ना जानें क्यों एक अजीब सी डोर में बन्ध जाने का
इसमें होती नहीं हैं शर्तें
ये तो नाम है खुद एक शर्त में बन्ध जाने का

ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का
दोस्ती दर्द नहीं रोने रुलाने का
ये तो अरमान है एक खुशी के आशियाने का
इसे काँटा ना समझना कोई
ये तो फूल है जिन्दगी की राहों को महकाने का
ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का
दोस्ती नाम है दोस्तों में खुशियाँ बिखेर जाने का

आँखों के आँसूओं को नूर में बदल जाने का
ये तो अपनी ही तकदीर में लिखी होती है
धीरे-धीरे खुद अफसाना बन जाती है जमाने का

ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का
दोस्ती नाम है कुछ खोकर भी सब कुछ पाने का
खुद रोकर भी अपने दोस्त को हँसाने का
इसमें प्यार भी है और तकरार भी

दोस्ती तो नाम है उस तकरार में भी अपने यार को मनाने का
ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का

 

Poem-03 जाना पहचाना साथी

वो खुशियों की डगर, वो राहों में हमसफ़र,
वो साथी था जाना पहचाना,
दिल हैं उसकी यादों का दीवाना
वो साथ था जाना पहचाना

गम तो कई उसने भी देखे,
पर राहों में चले खुशियों को लेके
दिल चाहता हैं हर दम हम साथ चलें,
पर इस राह में कई काले बादल हैं घने
वो साथ था जाना पहचाना

मेरे आसुओं को था जिसने थामा,
मुझसे ज्यादा मुझको पहचाना
चारों तरफ था घनघोर अँधियारा,
बनकर आया था जीवन में उजियारा
वो साथ था जाना पहचाना

गिन-गिन कर तारे भी गिन जाऊ,
पर उसकी यादों को भुला ना पाऊ
कहता था अक्सर हर दिन हैं मस्ताना,
हर राह में खुशियों का तराना
वो साथ था जाना पहचाना

कहता हैं मुझे भूल जाना,
अपनी यादों में ना बसाना
देना चाहूँ हर ख़ुशी उसे,
इसीलिए, मिटाना चाहूँ दिल से
वो साथ था जाना पहचाना

By: कर्णिका पाठक

 

Poem-04 यार (Sad Poems on Friendship in Hindi)

किसी न किसी पे किसी को ऐतबार हो जाता है ,
अजनबी कोई शख्स यार हो जाता है ,
खूबियों से नहीं होती मोहब्बत सदा ,
खामियों से भी अक्सर प्यार हो जाता है .

किन लफ़्ज़ों में इतनी कड़वी कसैली बात लिखूं ,
मैं सच लिखूं के अपने हालत लिखूं ,
कैसे लिखूं मैं चांदनी रातें ,
जब गरम हो रेत तो कैसे मैं बरसात लिखूं .

सभी नग्मे साज़ में गाये नहीं जाते ,
सभी लोग महफ़िल में बुलाये नहीं जाते ,
कुछ पास रह कर भी याद नहीं आते ,
कुछ दूर रह कर भी भूलाये नहीं जाते!

 

Poem-05 साथ निभाने वाला

दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला
वही अंदाज़ है ज़ालिम का ज़माने वाला

अब इसे लोग समझते हैं गिरफ्तार मेरा
सख्त नदीम है मुझे दाम में लाने वाला

क्या कहें कितने मरासिम थे हमारे इस से
वो जो इक शख्स है मुंह फेर के जाने वाला

मुन्तज़िर किस का हूँ टूटी हुई दहलीज़ पे मैं
कौन आएगा यहाँ कौन है आने वाला

मैंने देखा है बहारों में चमन को जलते
है कोई ख्वाब की ताबीर बताने वाला

 

Poem-06 दोस्ती पर कविता

आज रूठा हुवा इक दोस्त बहुत याद आया
अच्छा गुज़रा हुवा कुछ वक़्त बहुत याद आया.

मेरी आँखों के हर इक अश्क पे रोने वाला
आज जब आँख यह रोई तू बहुत याद आया .

जो मेरे दर्द को सीने में छुपा लेता था
आज जब दर्द हुवा मुझ को बहुत याद आया .

जो मेरी आँख में काजल की तारा रहता था
आज काजल जो लगाया तू बहुत याद आया .

जो मेरे दिल के था क़रीब फ़क़त उस को ही
आज जब दिल ने बुलाया तू बहुत याद आया

 

Poem-07 Friendship Love Poem in hindi

कितने अजीब है ना ये रिश्ते, जो किस्मत से मिलते हैं।
अपनी यारी को जन्नत बना जाते हैं,
दोस्त मिले तो अन्जाने में, कोई मस्ती वाला यार बन गया,
कोई हॉस्टल की टोली में मिल गया,
कुछ नोट्स वाले दोस्त मिले, कोई चाय की चुश्कियों के साथ दिल गये।
कईयों ने साथ में गलियां भी खाई और कईयों ने खिलवाई भी।
पर दोस्ती हर एक ने क्या ख़ूब निभाई,
दोस्तों के नाम पर सारे भुक्कड़ ही मिले, एक टिफिन में पूरी टोली ने लूट मचाई।
और चाय के शौकीन तो हम बराबर के निकले, फिर क्या सब के हाथ में चाय और सबकी टांग खिंचाई।
धीरे-धीरे दोस्ती और गहराई, अपने नये रंग लाई,
कुछ बेस्ट फ्रेंड बने और कुछ सीक्रेट पार्टनर।
कुछ के दिल मिल गये और कहीं रक्षा सूत्र बंध गये।
अब एक दौर गलतफहमियों का भी आया,
कभी रोना कभी मनाना, कभी रूठना कभी समझाना
अपनी यादों में एक हिस्सा यह भी बनाया।
अब जो वक्त था बिछड़ने का, वो फिर सबको साथ ले आया।
नम आँखे और दिल में इतनी सारी यादें लिए, जाते वक्त फिर मिलने के वादे दिए
हर कोई अपनी राहों में बढ़ गया, आज कोई पास तो नहीं मगर सब साथ है।
मिलते आज भी हैं सब, दोस्ती की यही तो बात है,
ये महज एक कहानी नहीं, ये मेरी दोस्ती की दास्तान है।

-मीनल सांखला

 

Poem-08 प्रिय मित्र कविता

दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला
वही अंदाज़ है ज़ालिम का ज़माने वाला।

अब इसे लोग समझते हैं गिरफ्तार मेरा
सख्त नदीम है मुझे दाम में लाने वाला।

क्या कहें कितने मरासिम थे हमारे इस से
वो जो इक शख्स है मुंह फेर के जाने वाला।

मुन्तज़िर किस का हूँ टूटी हुई दहलीज़ पे मैं
कौन आएगा यहाँ कौन है आने वाला।

मैंने देखा है बहारों में चमन को जलते
है कोई ख्वाब की ताबीर बताने वाला।

 

Poem-09 फ्रेंडशिप पर कविता

कहते हैं कि दोस्ती का रिश्ता
बड़ा ही खूबसूरत होता है।।

अगर दोस्ती ही बेवफा हो जाये
तो यही रिश्ता सबसे बदसूरत होता है।।

दो दोस्त अगर बिछड़ जाये
तो ज़िन्दगी वीरान होती है।।

दोस्ती दो दिलों को जोड़ती है
वो बड़े से बड़े दुःख का असर तोड़ती है।।

दोस्तों हमेशा बांध कर रखना दोस्ती प्रेम की डोर से
क्योंकि दोस्ती के रिश्ते का कोई मोल नहीं होता है।।

अकेले में दोस्त ही काम आता है
ख़ुशी में भी दोस्ती के साथ हाथों में जाम आता है।।

दोस्त को कभी न खोना तुम
हमेशा दोस्त को दिल में बसाना तुम।।

 

Poem-10 मित्रता पर कविता (Friendship Poems in Hindi)

किसी न किसी पे किसी को ऐतबार हो जाता है,
अजनबी कोई शख्स यार हो जाता है,
खूबियों से नहीं होती मोहब्बत सदा,
खामियों से भी अक्सर प्यार हो जाता है।।

किन लफ़्ज़ों में इतनी कड़वी कसैली बात लिखूं,
मैं सच लिखूं के अपने हालत लिखूं,
कैसे लिखूं मैं चांदनी रातें,
जब गरम हो रेत तो कैसे मैं बरसात लिखूं।।

सभी नग्मे साज़ में गाये नहीं जाते,
सभी लोग महफ़िल में बुलाये नहीं जाते,
कुछ पास रह कर भी याद नहीं आते,
कुछ दूर रह कर भी भूलाये नहीं जाते।।

 

Poem-11 दोस्ती क्या है (Beautiful Poem on Friendship in Hindi)

क्या खबर तुमको दोस्ती क्या हैं,
ये रोशनी भी हैं और अँधेरा भी हैं,
दोस्ती एक हसीन ख़्वाब भी हैं,
पास से देखो तो शराब भी हैं।

दुःख मिलने पर ये अजब भी हैं,
और यह प्यार का जवाब भी हैं,
दोस्ती यु तो माया जाल हैं,
इक हकीकत भी हैं ख़याल भी हैं।

कभी जमीं कभी फ़लक भी हैं,
दोस्ती झूठ भी हैं सच भी हैं,
दिल में रह जाए तो कसक भी हैं,
कभी ये हर भी हैं जीत भी हैं।

दोस्ती साज भी हैं संगीत भी हैं,
शेर भी नमाज़ भी गीत भी हैं,
वफ़ा क्या हैं वफ़ा भी दोस्ती हैं,
दिल से निकली दुआ भी दोस्ती हैं।

बस इतना समझ ले तू
एक अनमोल हिरा हैं दोस्ती।

 

Poem-12 मित्रता पर छोटी कविता

एक दिन जिंदगी ऐसे मुकाम पर पहुँच जाएँगी।
दोस्ती तो सिर्फ़ यादों में ही रह जाएँगी।
हर बात दोस्तों की याद दिलायेंगी।
और हँसते हँसते फिर आँख नम हो जाएँगी।
ऑफिस के रूम में क्लासरूम नज़र आएँगी।
पैसे तो बहोत होंगा।
लेकिन खर्चा करने के लम्हें काम हो जायेंगें।
जी लेंगे खुल के इस पल को मेरे दोस्त।
क्यूँ के जिंदगी इस पल को फिर से नहीँ दोहराएँगी।

 

Poem-13 Poetry in Hindi for Friendship

आज रूठा हुवा इक दोस्त बहुत याद आया
अच्छा गुज़रा हुवा कुछ वक़्त बहुत याद आया।

मेरी आँखों के हर इक अश्क पे रोने वाला
आज जब आँख यह रोई तू बहुत याद आया।

जो मेरे दर्द को सीने में छुपा लेता था
आज जब दर्द हुवा मुझ को बहुत याद आया।

जो मेरी आँख में काजल की तारा रहता था
आज काजल जो लगाया तू बहुत याद आया।

जो मेरे दिल के था क़रीब फ़क़त उस को ही
आज जब दिल ने बुलाया तू बहुत याद आया।

 

Poem-14 Poem on Friends in Hindi

“मुश्किलों में ये ही साथ देते हैं
अपने ना हो पास तो
अपनों सा अहसास देते हैं
झूठ में झूठ और सच में सच
हर बात पे विचार देते हैं
गली नुक्कड़ की शान है इनसे
दोस्ती की पहचान है इनसे
ये वो ही निकम्मे हैं
जो…………
घर पर गलत फोन भी कर सकते हैं
साथ न होने पर साथ भी बता सकते हैं
छोटी सी उम्र में ही निभाते हैं बड़ो का रोल
बड़ो की बात हो, तो बन जाते हैं छोटे बच्चो से अनमोल
इन्होने शरारते सीखी हैं शुरू से ही
जिन्दा है दोस्ती की परिभाषा इन्ही से ही
कितना काम आते हैं, ये हर बात में
बहाने हजारो हैं इनके सोचने की दुकान में
इनसे न कोई मासूम होता है, इनसे न कोई खड़ूस होता है
जिनके पास ये हैं उनको ही ये सब महसूस होता है
दोस्ती करके देखो तुम भी
सोहबत में इसकी रहकर देखो तुम भी
ना पाओगे जब पास अपने
तो होंगे खुद से ही उदास तुम भी”
“खाना चुरा कर भी खाते हैं ये
अपने घर से बनवाकर भी नहीं लाते हैं ये
छीन कर खाना इनकी रगो में बसा
इन्ही आदतों से दोस्त कहलाते हैं ये ”
“दोस्ती का प्यारा सा मिजाज होता है
हर कमीना दोस्त भी खास होता है
ग्रुप की शान इकलौता दोस्त ही बढ़ाता है
इनकी हर अदा पर दिल मेहरबान होता है
सबके सामने गलतियों पर डाल देते हैं पर्दा
गर अकेले में हैं तो बातों से कर देते हैं नंगा
ये ही वो नादान हैं ये ही वो विद्वान हैं
जिनका हमारे जीवन में रहा योगदान है”
“पापा ने हमेशा कहा देखो अपने दोस्त को
उसके साथ रहते हो, तो बनो जैसा है वो
उनको नहीं मालूम उसके पपा की नजरो में
कितना बड़े वाला नालायक है वो”
“ना देखा साजन, खिलोनी सा यारा
साजन की मार में, खिलोनी बेचारा
जाम भी लगाते हैं, साथ में दोनों
आईडियो की खान, खिलोनी सितारा
लाइफ ओके की हसी का पिटारा
ऐसा हैं मैडम के पीछे साजन आवारा”
“मन ना लगे जब परिवार में
दिल दुखने लगे भरे बाजार में
केवल एक ही दोस्त को कॉल कर लेना
बहार आ जाएगी तुम्हारे संसार में”

 

Poem-15 दोस्ती एक विश्वास

प्रेम और त्याग के धागे से जुड़ा,
एक विश्वास है दोस्ती।

दुनिया के सभी रिश्तों में,
सबसे खास है दोस्ती।

दिलों को दिलों से जोड़ने वाला,
एक प्यारा अहसास है दोस्ती।

जीवन में घोलदे जो रस,
वह मिठास है दोस्ती।

पूरी हो जाये जो हरदम,
वह आस है दोस्ती।

होठों पर ला दे जो मुस्कुराहट,
वह हास है दोस्ती।

जीवन में भर दे संगीत,
वो साज है दोस्ती।

जीना सिखलाता है जो,
वो अंदाज है दोस्ती।

-निधि अग्रवाल

 

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Dosti Poem | Main Yaadon ka Kissa kholu – Harivansh Rai Bachchan | Anurag Bholiya | Real Friendship

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दोस्तों आशा करता हूँ कि आप को friendship poems in hindi इस पोस्ट से अवश्य लाभ हुआ होगा। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी है तो इसे आप अपने सभी Friends के साथ शेयर जरूर करें। इस पोस्ट को लास्ट तक पड़ने के लिए दिल से आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!

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